नगर पालिका अध्यक्ष ने सभासदों संग बांटे, 400 गरीबों को कंबल
*पालिका ईओ और विधायक प्रतिनिधि रहे मौजूद *,गरीबों की हर संभव मदद- सत्यनारायण शंखवार

फोटो:- नगर पालिका जसवंत नगर के सभागार में गरीबों को कंबल बांटते पालिका अध्यक्ष सत्यनारायण संखवार तथा ई ओ और विधायक प्रति निधि गण
_________
जसवंतनगर(इटावा)।नगर पालिका जसवन्तनगर प्रशासन ने शुक्रवार को गरीबों और असहायों को इस कड़कड़ाती सर्दी में कंबल प्रदान करके उनकी दुआएं हासिल की। पालिका अध्यक्ष सत्यनारायण संखवार ने पालिका के वार्ड सभासदों के साथ 400 से ज्यादा लोगों को कंबलों का वितरण किया। बड़ी संख्या में गरीब महिलाएं भी कंबल लेने उपस्थित हुई थी।

सूत्रों ने बताया है कि नगर पालिका प्रशासन ने इस सर्दी के मौसम में अपने संसाधनों से साढे तीन हजार से ज्यादा कंबल गरीबों को बांटने के लिए मंगवाए हैं। इनमें से यहां के 25 वार्डों के सभी सभासदों को 100-100कंबल पहले ही उन्हें अपने अपने वार्ड में बांटने के लिए उपलब्ध करा दिए गए थे।
इसके अलावा पालिका अध्यक्ष सत्यनारायण शंखवार, पालिका इ ओ विनयमणि त्रिपाठी पिछले एक हफ्ता से रोज रात में निकल कर, नगर में भ्रमण कर- करके गरीबों को कंबल ओढ़ा रहे हैं।
शुक्रवार को नगर पालिका सभागार में कंबल वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सभासदों से 10- 10 और गरीबों के नाम मांगे गए थे। इसके अलावा बड़ी संख्या में अन्य बेसहारा लोग भी सभागार में पहुंच गए जिन्हें कंबल प्रदान किए गए।
पालिका अध्यक्ष ने बताया है कि हमारा बोर्ड गरीबों की मदद में पीछे नहीं हटेगा और कोशिश करेगा कि कोई भी गरीब और बेसहारा ठंड से आहत न हो सके। नगर पालिका प्रशासन ने नगर के विभिन्न वार्डों, चौराहों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पिछले 10 – 12 दिनों से निरंतर अलाव सुलगवाने की व्यवस्था की है।
पालिका अध्यक्ष ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक शिवपाल सिंह यादव ने निर्देश दिया है कि सर्दी के इस मौसम में गरीबों और बेसहारों की नगर पालिका हर संभव मदद करें।
कंबलों के वितरण के दौरान सभासद और उनके प्रतिनिधि राजीव यादव, मोहम्मद फारूक, शेष कुमार बिल्लू यादव, हेमू शाक्य, कमल प्रकाश बघेल, साधना शाक्य, भूपेंद्र सिंह गुड्डा, सत्यभान शंखवार, हनुमंत प्रधान ,अनुरुद्ध दुबे मोनू, मोहम्मद फैजान, सुधीर यादव, सतीश कुमार, संजय कुमार, मु॰ इरफान के अलावा मोहित यादव, सूरज शंखवार आदि उपस्थित रहे।
*वेदव्रत गुप्ता
_____