धारदार हथियार से पति-पत्नी की हत्या, प्रशासन मंे हड़कंप -जमीनी विवाद को लेकर बताई गई हत्या की वजह
इकदिल, इटावा। मृतक द्वारा दो शादियां की गईं थी। पहली पत्नी और उसके 2 बच्चे गाँव मे अपनी माँ के साथ रहते थे और मृतक दूसरी पत्नी व दो पुत्रीयों के साथ दिल्ली में रहकर प्राइवेट कंपनी में काम करता था।
इकदिल थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत उधन्नपुरा के मजरा नगला पूठ में दिन मंगलवार की सुबह समय करीब साढ़े सात बजे ग्राम प्रधान रामकुमार राजपूत ने इकदिल पुलिस को सूचना दी कि गाँव में पति पत्नी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। डबल मर्डर की सूचना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। सूचना पर पहुंचे जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय, एसएसपी संजय कुमार वर्मा व अपर पुलिस अधीक्षक नगर अभयनाथ त्रिपाठी, क्षेत्राधिकारी नगर अमित कुमार सिंह, थानाध्यक्ष अमित कुमार मिश्रा घटनास्थल का निरीक्षण कर फॉरेंसिक टीम डॉग स्क्वाड द्वारा कराया गया। जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया की प्रथम दृष्टया इस घटना का अंजाम मृतक के परिवारीजनों द्वारा लग रहा है। घटना की जाँच की जा रही है। और जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। घटना होने के बाद म्रतक की पहली पत्नी और 2 पुत्र व पुत्रवधु घर छोड़कर भाग गए ।
गाँव के निवासी आसाराम पुत्र देवीदयाल उम्र 50 वर्ष व पत्नी बेबी उम्र करीब 48 वर्ष निवासी ग्राम नगला पूठ की फावड़े से मारकर हत्या कर दी गई है। म्रतक की दो पत्नियां थी म्रतक अपनी दूसरी पत्नी के साथ दिल्ली रहता था ग्रामीणों की जानकारी के अनुसार ग्राम में 12 दिन पहले अपनी दूसरी पत्नी के साथ आया था। बताया कि करीब 15 वर्ष पहले आशाराम द्वरा 6 विघा जमीन बिक्री कर रुपये लेकर दिल्ली लेकर चला गया था और दो वर्ष पूर्व 2 बीघा जमीन बिक्री कर रुपये लेकर चला गया था ओर सूत्रों की जानकारी मुताबिक अभी भी जमीन बेचने के लिए आया था इससे प्रतीत होता है कि कही कही न कही जमीनी विवाद को लेकर परिवार जनों द्वारा हत्या की आशंका प्रतीत हो रही है। पहली शादी गीता उर्फ रंगीली से ग्राम चतुर्भुजपुरा करीब 28 वर्ष पहले हुई थी पहली पत्नी के दो पुत्र बड़ा पुत्र अमित कुमार उम्र 25 वर्ष छोटा पुत्र राहुल उम्र 19 वर्ष है बड़े पुत्र की शादी करिश्मा के साथ करीब चार वर्ष पूर्व कानपुर की तरफ से हुई थी। ग्रामीणों द्वरा बताया गया कि म्रतक अपनी बड़ी बहन के यहाँ दिल्ली सागर के पुल पुरानी दिल्ली में बचपन से रह रहा था। और वहीं पर उसकी बहन ने पढ़ाई लिखाई पूरी कराई थी। जब वह शिक्षा ग्रहण कर रहा था। तभी बेबी से प्रेम प्रसंग हो गया। लेकिन कुछ कारणों की वजह से बेबी के स्वजनो ने अपनी पुत्री की शादी कही और कर दी और आशाराम ने अपने गाँव आकर गीता से शादी कर ली। करीब चार साल बाद बेबी ने अपना पति छोड़कर अपनी एक पुत्री को लेकर आशाराम के साथ रहने लगी और एक पुत्री को भी जन्म दिया। मृतिका ने अपनी एक पुत्री की शादी कर दी थी तथा दूसरी पुत्री शादी योग्य है। मृतक अपनी पांच बहनों में अकेला था बहनों को पुलिस द्वारा सूचना दे दी गई है। पुलिस ने घटनास्थल से घटना में प्रयुक्त फावड़ा बरामद कर लिया। तथा शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया।