मुलायम सिंह के बताए रास्ते पर चलें समाजवादी : अखिलेश

     * अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री बनाने का  दिलाया संकल्प 

सैफई/जसवन्तनगर(इटावा) । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि नेता जी का सैफई सपना था। नेताजी धरती पर चोट खाकर नेताजी बने। जब स्मारक की बात आई, तमाम सुझाव आए। 
   मैंने नेताजी  की जन्मभूमि पर  ही स्मारक का निर्णय लिया। कई युवा आर्किटेक्ट और इंजीनियर से चर्चा के बाद स्मारक बनाए जाने का फैंसला लिया गया है।
    नेताजी के निर्णय  देश में अनेक राजनीतिक बदलावा लाए थे। उन्होंने  जो राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक रास्ता दिखाया ,उस पर हम सबको  चलना चाहिए।  हमे समाजवाद और समाजवादी   सोच को बचा ने का काम निरंतर करना है।
   
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यह स्मारक आने वाली पीढ़ियों के लिये प्रेरणा का स्थान बनेगा। यह एक प्रकाश स्तंभ की तरह काम करेगा।  मुलायम सिंह यादव राजनीति में भले ही कितनी भी ऊंचाई पर पहुंच गये हों, लेकिन वह अपने पुश्तैनी गांव सैफई को कभी नहीं भूले। कई लोगों ने सुझाव दिया कि उनका स्मारक लखनऊ में बनना चाहिये, लेकिन बाद में यह तय किया गया कि जिस सैफई की मिट्टी में खेलकर नेताजी बड़े हुए और राजनीति की, वहीं पर उनका देश का सबसे बेहतरीन स्मारक बनेगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की तरह मुलायम सिंह यादव ने भी करोड़ों लोगों का जीवन बदलकर उन्हें मान-सम्मान दिलाया, लिहाजा यादव का स्मारक भी लिंकन के मेमोरियल से प्रेरणा लेकर बनाया जाएगा।
नेताजी  के बताये हुए रास्ते पर चलकर सपा को नयी बुलंदियों पर पहुंचाना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 
   अखिलेश ने कहा कि नेता जी ने ऐसे-ऐसे फैसले लिये, जिन्होंने देश की राजनीति को मोड़ने का काम किया।
उन्होंने कहा कि यहां जितने भी लोग बैठे हैं ,उन सबके पास नेताजी की कुछ न कुछ यादें हैं। आज नेताजी हमारे बीच नहीं हैं। नेताजी ने खुशहाली और विकास का जो रास्ता दिखाया, वंचितों को सम्मान दिलाया, हम इस रास्ते पर चलकर इस विचारधारा को और मजबूत करेंगे।यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
   उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि हमेशा देश या फिर लोकतंत्र पर जब कभी कोई संकट आया तो नेताजी ने सामने खड़े होकर उस संकट से बचाने का काम किया है। समाजवादी लोग भी समाजवादी विचारधारा को और मजबूत बनाने का काम करेंगे।
जयंती के अवसर पर आयोजित सभा में करीब 200 लोगों को मंच पर बैठने का मौका मिला। जिसमें राष्ट्रीय स्तर के   नेताओं ने सिर्फ भाषण दिए हैं।
भाषण में सबसे अधिक चर्चा 2024 को लेकर हुई सभी ने अखिलेश यादव को 2024 प्रधानमंत्री बनाने का कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया। अधिकांश भाषण देने वाले नेताओं का एक ही बयान था आज यहां नेताजी की जयंती आप लोग श्रद्धांजलि देकर संकल्प ले 2024 के चुनाव में अखिलेश यादव को दिल्ली पहुंचाएं  यही असली श्रद्धांजलि होगी।
     
प्रोफेसर रामगोपाल यादव
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 समाजवादी पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहिम लिंकन के स्मारक से भी अच्छा बनेगा यह स्मारक। इसमें संघर्ष की कहानी होगी। भाजपा और आपके कार्यकर्ता में क्या फर्क है। उन्होंने कहा कि कुर्सियां खाली पड़ी हैं और लोग यहां साइड में खड़े हैं। इससे गलत संदेश जा रहा है। हम पैसे के बल पर भाजपा से मुकाबला नहीं कर सकते हैं।
    नेता जी ने 1979 के चुनाव में साइकिल से प्रचार कर चुनाव जिताया था। अब एक पोलिंग बूथ पर 10-10 कार लेकर जाते हैं, ये संस्कृति खत्म करिए।  हम लोग कार्यकर्ताओं की दम पर चुनाव लड़ सकते हैं। संख्या की दम पर हम लड़कर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने नेताजी के साथ पुराने कई उदाहरण  सुनाए। नेता जी को प्रधानमंत्री न बनने की साजिश के तहत रणनीति की भी चर्चा की है। पुरानी बहुत सारी बातें उन्होंने मंच के माध्यम से लोगों को बताई।
    रामजीलाल सुमन
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 पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजी लाल सुमन राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि महापुरुषों में सबसे बड़े नेता जी थे।नेताजी में मुख्यमंत्री बनाने और गिराने की क्षमता थी। इतियास लिखने वालो को ये लिखना पड़ेगा कि समाजवादी आंदोलन का नेतृत्व मुलायम ने किया।अखिलेश  से कहा कि अब सड़क पर लालामी दिखनी चाहिए। हमें लोकसभा चुनाव से पहले संघर्ष का ऐलान करना चाहिए। जेल भरो आंदोलन का काम करना चाहिए।
 शिवपाल सिंह यादव
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     सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि नेताजी हमारे बड़े भाई के साथ-साथ गुरु भी थे। उन्होंने पढ़ाया भी था। पिता जैसा स्नेह मिला। हम सबको सरलता और गरीबों किसानों और गांव को कभी न छोड़ने की सीख दी। उन्होंने कभी निराश न होने की सीख दी।  शिवपाल ने आगे कहा कि नेताजी ने अन्याय के खिलाफ लड़ना सिखाया। उनके मन में अल्पसंख्यक, गरीब और किसानों के लिए हमेशा पीड़ा रहती थी। हम सब जितने भी लोग बैठे हैं, सभी देश की कुर्सी पर पहुंचना चाहते थे। नेताजी चाहते, तो वहां तक पहुंच भी जाते, लेकिन उनमें त्याग था। जब-जब सत्ता में नेताजी आए तब स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़क के लिए काम करे। नेताजी और अखिलेश यादव जी की जब सरकार बनी, तो काम हुए।
सांसद डिंपल यादव
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कार्यक्रम को संबांधित करते हुए सांसद डिंपल यादव ने कहा कि नेता जी एक क्रांति थे। ये संकल्प लेना होगा कि हम सबको समाजवाद को आगे बढ़ाना है। महिलाओं को हक, पिछड़ी जातियों को सम्मान, किसानों को समर्थन मूल्य मिले, युवाओं को रोजगार मिले।
      कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सैफई गांव क प्रधान रामफल बाल्मिकी ने कहा कि श्री राम- श्री कृष्ण की तरह मेरे नेताजी की भी मूरत है। वह गरीबों के मसीहा था। उन्होंने बाल्मिकी समाज को सम्मान दिया। नेताजी ने अवतार लेकर सैफई को एक धाम बनाया।
      स्व. मुलायम सिंह यादव के समाधि स्थल पर स्मारक के उद्घाटन पर पूर्व मंत्री, अयोध्या जयशंकर पांडे्य ने कहा कि नेताजी का स्मारक आने वाले दिनों में समाजवादियों का तीर्थस्थल होगा। ये बद्रीनाथ और केदारनाथ की तरह होगा। उन्होंने आगे कहा कि हमें देश में अघोषित आपातकाल को खत्म करना है। 2024 में इसे खत्म करना है। अगर चूक गए 2024 में, तो सजा भुगतनी होगी। 2024 में बूथ लेवल पर वोट बढ़ाकर नेताजी को श्रद्धांजलि देनी होगी।
     कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव मंच पर पहुंचे। उन्होंने मंच पर उपस्थित 51 बुजुर्गों का सम्मान किया। इसके बाद राम आसरे कुशवाहा और जय शंकर पांडेय की किताब का विमोचन किया। इसके बाद राजपाल कश्यप ने उनको चित्र भेंट किया है।         मंच पर सपा कार्यकर्ता गीत प्रस्तुत करके नेता जी और अखिलेश की उपलब्धियां गिनायी। पूर्व एमएलसी काशीनाथ ने गीत गाया, हे! नेता जी तुम हो दीनानाथ। इससे पहले इटावा के मोहम्मद अफसर समेत कई ने गीत प्रस्तुत किए
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने नेताजी मुलायम सिंह यादव के अंत्येष्टि स्थल को फूलों से सजाया । उसके साथ-साथ मंच को भी फूलों से सजाया गया है, कई जगह नेताजी मुलायम सिंह यादव की जनसभा संबोधित करते हुए भी फोटो लगाई गई है।
कार्यक्रम में 11:50 पर अखिलेश यादव मंच पर पहुंचे, प्रोफेसर रामगोपाल यादव भी मंच पर पहुंचे  जिन्होंने उठाकर सभी का अभिवादन किया। 12:10 पर सांसद डिंपल यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमलता यादव,चाची सरला यादव, राजलक्ष्मी यादव, स्वीटी यादव, अनुभा यादव, एवं अखिलेश यादव के बेटे अर्जुन एवं बेटी टीना पहुंची। जिन्होंने सबसे पहले नेताजी की समाधि स्थल पर पहुंचकर  पुष्पांजलि अर्पीत कर श्रद्धांजलि दी। इसके आलावा राजपाल सिंह यादव,अभय राम सिंह यादव,अनुराग यादक,पूर्व सांसद धर्मेंद्र,पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष आदित्य यादव, आर्यन यादव,कार्तिकेय यादव मौजूद रहे।
आगे की लाइन में मंच पर सपा प्रमुख अखिलेश, रामगोपाल शिवपाल, डिंपल, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन, नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश, सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम अचल राजभर, विधायक अवधेश प्रसाद, पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय मौजूद रहे।
एमएलसी मुकुल यादव, नवनिर्वाचित जिला अध्यक्ष प्रदीप उर्फ बबलू, अजय यादव गुल्लु नगर पालिका अध्यक्ष भरथना,राजवीर यादव राजकीय ठेकेदार नगला तेज, भारत सिंह खदरी, प्रदीप यादव आढ़तिया महोला, नरेंद्र यादव ठेकेदार नगला हरनाथ, शिवराम सिंह यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष मंडी कर्मचारी कल्याण संघ समिति,डॉ पुष्कर यादव सदस्य जिला पंचायत मौजूद रहे
______वेदव्रत गुप्ता

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