चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है नवदुर्गा का हुआ आगाज

माता रानी की पुजा करते भक्त

चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है नवदुर्गा का हुआ आगाज

🔹जिले में शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापना के साथ हुई मां शैलपुत्री की पूजा

🔹देवी मंदिरों पर श्रद्धालु भक्तगणों ने श्रद्धापूर्वक किया मां शैलपुत्री का पूजन लगाए जयकारे

रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता 

औरैया। शारदीय नवरात्रि का आज रविवार को मां दुर्गा के जयकारों के साथ आगाज हो गया। जनपद के विभिन्न कस्बों एवं ग्रामीण अंचलों में श्रद्धालु भक्तगणों ने विधि-विधान से कलश एवं मां दुर्गा मूर्ति की स्थापना की। इस वर्ष मां दुर्गा। हाथी पर सवार होकर पधारी है। इससे शारदीय नवरात्रि शुभ और कल्याणकारी हो जाती है। नवदुर्गा का पर्व 15 अक्टूबर से प्रारंभ होकर आगामी 23 अक्टूबर तक चलेगा। इस बार नवदुर्गा पूरे 9 दिन तक रहेगी। इस अवसर पर श्रद्धालु भक्तगण विभिन्न प्रकार के आयोजन एवं पूजा पाठ करेंगे। इसके साथ ही जगत जननी मां जगदंबा से पूजा अर्चना के साथ मिन्नतें मांगेगे। शहर के दुर्गा पंडालों में मां दुर्गा की मूर्ति स्थापना की गई है। जनपद के विभिन्न कस्बों एवं ग्रामीण अंचलों में श्रद्धा एवं उल्लास के वातावरण में नवदुर्गा पर्व मनाया जा रहा है।जनपद में शारदीय नवरात्रि के पावन पवित्र पर्व पर आज रविवार को प्रथम दिन घरों एवं देवी मंदिरों पर मां दुर्गा की 9 स्वरूपों की पूजा आराधना करने के लिए कलश के साथ मां दुर्गा की स्थापना की गई। श्रद्धालु भक्तगणों ने कलश को लाल कपड़े में लपेटा, इसके साथ ही नारियल एवं पूजन सामग्री के साथ मां दुर्गा की मूर्ति को चौकी पर स्थापित किया।

आरती करते भक्त

श्रद्धालु भक्तगणों द्वारा आगामी 23 अक्टूबर तक जगत जननी मां दुर्गा के नौ स्वरूपों का पूजन अर्चन किया जाएगा। इसके साथ ही कई तरह के अनुष्ठानों का भी आयोजन होगा। शहर के मोहल्ला ओम नगर में मां दुर्गा कमेटी के द्वारा पंडाल में मां दुर्गा की मूर्ति स्थापना की गई है, जहां पर 9 दिन तक राम कथा का आयोजन होगा। आज प्रथम दिन श्रद्धालु भक्तगणों ने देवी मंदिरों पर पहुंचकर मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना करते हुए चलो बुलावा आया है। माता ने बुलाया है।। के जयकारे लगाये व फल-फूल एवं मिष्ठान आदि चढाकर आराधना की। शहर से करीब 4 किलोमीटर दूर दुर्गम बीहड में स्थित प्राचीन मां मंगला काली मंदिर, पढीन दरवाजा स्थित बड़ी माता मंदिर, पथवरियन माता मंदिर व शीतला माता मंदिर, मोहल्ला बनारसी दास स्थित महामाया कालीमाता मंदिर, ठठराई मोहाल स्थित विंध्यवासिनी मंदिर, महावीर गंज स्थित काली माता मंदिर एवं शहर के ही फूलमती मंदिर, राम जानकी मंदिर, गमा देवी मंदिर, संतोषी माता मंदिर, संकट मोचन मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर, राम जानकी मंदिर, गढी माता मंदिर के साथ ही जिले के गहेसर (कन्हों) स्थित महामाई मंदिर, बिधूना स्थित दुर्गा मंदिर के अलावा जनपद के कस्बा दिबियापुर, कंचौसी, सहायल, बेला, याकूबपुर, उमरैन, एरवाकटरा, कुदरकोट, अछल्दा, फफूंँद, अटसू, अजीतमल, बावपुर, मुरादगंज व अयाना आदि के अलावा ग्रामीण अंचलों में भी श्रद्धा और उल्लास के वातावरण में मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री का पूजा-अर्चना की गई। इसी तरह से ग्रामीण अंचलों में भी श्रद्धा उत्साह एवं उल्लास, उमंग के वातावरण में नव दुर्गा पर्व शुभारंभ होने के समाचार प्राप्त हुए हैं।

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