रेलमंडी के राजा”गजानन” के दर्शनों को उमड़ रही है भारी भीड़

फोटो:- रेल मंडी के राजा गजानन
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जसवंतनगर(इटावा)। गणेश चतुर्थी से अनंत चौदस तक जसवंत नगर भगवान गणेश के महोत्सव में सराबोर होता है। घरों और सार्वजनिक पंडालों में भगवान सिद्धिविनायक गणेश को विराजित करके भक्तगण उनकी पूजा,अर्चना उनका श्रृंगार तथा छप्पन भोग जैसे अनेक आयोजन करते हैं।
  जसवंतनगर भक्तों और श्रद्धालुओं की नगरी है। यहां रामलीला महोत्सव, दीपावली महोत्सव, होलिका महोत्सव और कृष्ण जन्माष्टमी जैसे आयोजन के साथ-साथ अब गणेश स्थापना के कार्यक्रम भी बड़े ही धूमधाम से आयोजित होते हैं।
    इनमें 42 वर्षों से पढ़ाव मंडी में विराजित होने वाले भगवान गणपत के दर्शनों को लोग आतुर रहते ही हैं, वहीं यहां “रेल मंडी के राजा गौरी पुत्र गणेश” के दर्शनों को भी भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं।
     रेल मंडी के राजा के रूप में विख्यात गौरी पुत्र  की स्थापना पिछले 10-12 वर्षों से मोहल्ले के युवकों ने पंडाल बनाकर शुरू की थी। आज रेल मंडी के राजा के दर्शनों का सैलाब उमड़ता है। इन्हें प्राचीन शिव मंदिर रेलवे फाटक पर विराजित कराया जाता है । रोजाना आरती ,विशेष पूजा, श्रृंगार तथा  अंतिम दिन विसर्जन दौरान हजारों लोग मौजूद रहते हैं। 
रेलमंडी में एक और गणेश जी विराजित होते हैं, जो राम सीता मंदिर के पीछे, जिनकी स्थापना कराई जाती है। वहां भी काफी भीड़ उमड़ती है।
    रेलमंडी के राजा के रूप में विराजित कराये जाने वाले प्राचीन शिव मंदिर के  गणपति की मूर्ति चार-पांच फीट से ज्यादा ऊंची होती है। इस मूर्ति को बड़े ही आदर भाव से हर वर्ष काफी तलाश कर लाया जाता है, ताकि मूर्ति के दर्शन करके लोग मंत्र मुग्ध हो सके।
    रेल मंडी के राजा भगवान गजानन की सेवा में 11 दिनों तक निरंतर अमित पाठक ,विजय कुमार यादव, प्रशांत गोलू, राजपाल सिंह यादव, शिवांग यादव, देवेश त्रिपाठी, राहुल यादव, सुधीर श्रीवास्तव, प्रतीक यादव के अलावा प्रोफेसर डॉ बृजेश यादव, अनुज मोंटी यादव, डॉक्टर भुवनेश यादव, कुशल पाल सिंह यादव, राजेश यादव,  आदि का बढ़ चढ़कर सहयोग रहता है।
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*वेदव्रत गुप्ता
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