प्रधानाचार्य का अपहरण कर 50 हजार की फिरौती वसूली

     *6 घंटे तक एक गाड़ी में बांधकर डाले रहे      *घर से पत्नी से ली फिरौती      *बाद में अपहृत को गड्ढे में फेंका

फोटो:-वह स्कूल जहां के प्रधानाचार्य थे अपहृत, इनसेट में प्रधानाध्यापक की फोटो
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जसवंतनगर(इटावा)।एक प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक को स्कूल से लौटने के दौरान अपहृत कर बदमाश उसके घर से उसकी पत्नी से फिरौती के रूप में सरेआम 50 हजार रुपए वसूल ले गए। 
    बदमाश प्रधानाध्यापक की बाइक और मोबाइल फोन  भी लूट ले जाने में सफल रहे। बाद में प्रधानाध्यापक को कचौरा बाई पास रोड पर एक गड्ढे में धकेल कर फरार हो गए। 
      अपहरण और फिरौती का यह  कृत्य लगातार 6 घंटे तक बैखौफ बदमाश अंजाम देते रहे। 
  घटना से पुलिस  मौहकमें में सनसनी फ़ैल गई  है। बदमाशों की घर पकड़ के लिए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, क्षेत्राधिकारी तथा थाना प्रभारी जसवन्तनगर समेत कई टीमें लग गई है। क्योंकि जसवंत नगर इलाके में कई वर्षों बाद इस तरह की घटना अंजाम देने का बदमाशों ने  दुस्साहस किया है।
        प्राप्त जानकारी के अनुसार 55 वर्षीय प्रधानाध्यापक अविनाश कुमार उर्फ मधुर निवासी सिद्धार्थ महाविद्यालय रोड ,लुधपुरा ,जसवंत नगर मंगलवार को ग्राम अपने कीरतपुर  गांव  स्थित प्राइमरी स्कूल में  पढ़ाने गये हुए थे। दोपहर छुट्टी के बाद डेढ़ बजे के लगभग वह स्कूल से निकलकर कुंजपुरा संकुल  में बैठक में भाग लेने के लिए अपनी बाइक से रवाना हुए थे। अभी वह स्कूल से निकलकर कुछ दूर ही पहुंचे थे कि उनके पीछे से एक इको गाड़ी और बाइक ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। इन दोनों वाहनों ने उनकी बाइक को घेरकर अपनी बीच करते हुए उन्हें सुनसान  बाइक सहित रोक लिया।
       बताया गया है एक इको गाड़ी में चार युवक टाइप बदमाश, जबकि बाइक पर दो सवार थे। इको और बाइक के चालक पुलिस जैसी वर्दी पहने हुए थे।
  प्रधानाध्यापक की बाइक रोकने के बाद सभी बदमाशों ने उन्हें बाइक से खींचकर  उनको इको गाड़ी में डाल लिया। बाद में एक बदमाश ने उनकी बाइक को कब्जा लिया।
    इको गाड़ी में डालने के बाद बदमाशों ने प्रधानाध्यापक को मारा पीटा और बांध दिया तथा उनसे5 लाख रुपए फिरौती की सीधी मांग की। वह अपने घर वालों को फोन करें और इतना पैसा उनके अकाउंट में  तुरंत ट्रांसफर कराए। 
     प्रधानाध्यापक मधुर ने बदमाशों से कहा किउनके पास इतना पैसा नहीं है। तो बदमाश फिर 3 लाख की राशि पर आ गये।
इतनी व्यवस्था भी न होने की सुन बदमाशों ने कुछ भी व्यवस्था करने को कहा तथा मधुर से अपने किसी साथी को फोन करने और व्यवस्था शीघ्र करवाने की कहा। प्रधानाध्यापक ने बदमाशों के  भय से  अपने एक शिक्षक साथी सहायक अध्यापक आशुतोष कुमार को फोन किया और उससे कहा कि वह कुछ रुपयों की व्यवस्था करके उसके घर भेज दे।
 बताते हैं कि उस साथी ने उसके घर50 हजार रुपए जाकर दे दिए।    इसके बाद बदमाश इको गाड़ी में अपहृत बैठे प्रधानाध्यापक को लेकर  शाम छह और सात बजे के बीच तक घुमाते रहे तथा बदमाशो ने अपने एक साथी को प्रधानाध्यापक के घर रुपये लेने भेज दिया  जहां उसकी पत्नी राजकुमारी से5 0 हजार रुपयों की राशि घर जाकर ले ली तथा वसूली करने के  बाद भी प्रधानाध्यापक को  कचौरा बायपास रोड की तरफ ले गए, जहां बाद में  उन्हें एक गड्ढे में फेंक दिया।
     प्रधानाध्यापक ने बताया है कि उन्हें काफी देर में होश आया और वह गड्ढे से निकलकर सड़क पर आये। उन्होंने आती जाती गाड़ियों को रोकने की कोशिश की, मगर केवल एक बाइक सवार ने उन्हें अपनी गाड़ी पर  बैठाकर हाईवे पर तहसील चौराहा पर छोड़ दिया, जहां से वह  एक रिक्शा रात 8 बजे के आसपास जसवंतनगर थाना पहुंचे और पुलिस को घटना की जानकारी दी।
  प्रधानाध्यापक के साथ घटी घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना  दी गई। क्षेत्राधिकारी जसवंत नगर अतुल प्रधान  ने सबसे पहले थाने पहुंचकर  हाईवे के सभी थानों तथा टोल बूथों को सभी इको  गाड़ियों  की  घेराबंदी और तलाशी के निर्देश दिए।
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*वेदव्रत गुप्ता

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