टमाटर के भाव अब नरम ,अन्य सब्जियां भी हुई सस्ती

    *अदरक और गोभी अभी तेज

  फोटो :- सब्जी की दुकान पर लगी सब्जियां
  जसवंतनगर (इटावा)। महंगाई का नित नया रिकॉर्ड बनाने वाले टमाटर के भाव अब गिरावट की ओर हैं। अब से 15 दिन पहले जो टमाटर 200रुपए किलो का भाव छू रहा था, अब 60 – 70 रुपए प्रति किलो की दर पर आ गया है ,जिससे लोगों की थाली में टमाटर की चमक दिखाई देने लगी है। होटलों – ढाबों  पर अब सलाद में टमाटर काटे जाने लगा है। इडली -सांभर और मोमोज बेचने वाले भी अब टमाटर की चटनी परोसने लगे हैं।
    सब्जी के थोक आढ़तिया मोहम्मद नबी ने बताया है कि टमाटर की, जो 20 किलो वजनी पेटी  3500 रुपए से लेकर 4000 रुपए तक की बाहरी मंडियों से आ रही थी, अब वही पेटी एक हजार और ग्यारह सौ में आ रही है। बहुत बढ़िया क्वालिटी का टमाटर 1200 रुपए की पेटी में आ रहा है ।इससे बाजारों में टमाटर फुटकर भाव में 60 और 70 रुपए किलो के भाव पर बिकने लगा है।
     उन्होंने यह भी बताया कि अगले कुछ दिनों में यदि ज्यादा बरसात न हुई, तो टमाटर 30 और 40 रुपए प्रति किलो के भाव तक आ सकता है।
    पिछले 15-20 दिनों से मानसून के तेवर एकदम ठंडे पड़ जाने से हरी सब्जियों की पैदावार खेतों  में बढ़ गई है। लौकी, तोरई तथा काशीफल के भाव लाइन पर आ गए हैं ।              बाजारों में तोरई तो इतनी ज्यादा मात्रा में इस समय आ रही है कि जो तोरई सुबह 15 और 20 रुपए किलो बिकती है, वह शाम आते आते 10 रुपए भाव पर रह जाती है। यही हालत लौकी की भी है। इस समय बाहरी मंडियों से भी खूब लौकी आ रही है।  हरे काशी पल की आमद भी अच्छी है। हरा काशीफल जो अच्छी क्वालिटी का है, वह 20 से 30 रुपए किलो फुटकर में बिक रहा है,जबकि टिंडे की आमद बिल्कुल नहीं है।
    भिंडी भी 15 से लेकर 30 रुपए भाव तक पर बिक रही है, जो अभी 15 दिन पहले 50 रुपए किलो का भाव छू रही थी।
     इस बार ज्यादा बरसात न होने  और हरी सब्जियां बाजारों में आने से कोल्ड स्टोरों में रखे आलू का भाव भी तेज नहीं हुआ है।पुराना आलू 10 से लेकर 12 रुपए  किलो तक यहां उपलब्ध है। इस बार मंडियों में नया हल्द्वानी आलू बहुत कम मात्रा में आया है, इसलिए उसका भाव भले ही 30 और 35 रुपए किलो हो। मगर नया आलू ‘नाथ’ वैरायटी का 20 से 25  रुपए किलो भाव में बेचा जा रहा है। 
    प्याज का भाव भी अभी आम आदमी की जेब के मुताबिक है। अच्छा प्याज 25 से लेकर 30 रुपए किलो भाव तक पर उपलब्ध है ।इस प्याज में यह कमी है कि यह ज्यादा मात्रा में खरीद लेने पर ज्यादा दिन नहीं टिकता। नए प्याज की आवक अभी कम से कम 2 महीने बाद शुरू होगी। इस बीच यदि प्याज की कमी हुई, तो भले ही प्याज का भाव50 रुपए किलो का छू जाए।
     सब्जी मंडियों में इस समय भावों की तेजी गोभी, शिमला मिर्च और अदरक में सर्वाधिक है। नया गोभी आने लगा है, जो अभी 100 रुपए किलो के भाव पर उपलब्ध है शिमला मिर्च की डिमांड बाहरी मंडियों में कम होने के कारण उसका भाव 200 से घटकर 100 रुपए किलो तक आ गया है।
    मणिपुर में हालात बदतर होने के कारण अदरक के भाव नहीं घट रहे हैं ।कहीं-कहीं अदरक 250 रुपए किलो के भाव को छू रहा, जबकि इटावा जिले खासतौर से जसवंतनगर में इसका भाव 200 रुपए किलो के आसपास है। हालांकि लोग तेजी के कारण
 अदरक की खरीद कम कर रहे हैं, मगर चाय के लिए जरूरत के कारण इसे इस भाव पर भी खरीदने को लोग मजबूर हैं।
    हरी सब्जियों में पालक का भाव 30 – 40 रुपए किलो है, जबकि हरा धनिया अब नया आने लगा है, इस कारण इसका भाव भी घट गया है। और धनिया 200रुपए किलो की वजाय अब 100 रुपए किलो पर  उपलब्ध है।हरी मिर्च के भाव भी आपकी डाउन हो गए हैं और बैगन की आमद बढ़ने से इसके भाव भी आम आदमी की जेब के मुताबिक हैं।
     सब्जी आढती लाल गुलाब ने बताया है कि इन दोनों सहालग न होने के कारण और बरसात कम होने की वजह से हरी सब्जियों का उत्पादन ठीक-ठाक  है।इसलिए सब्जियों के भाव डाउन हुए हैं, मगर यदि मानसून ने तेजी पकड़ी, तो एक बार फिर भाव तेजी पकड़  सकते हैं।
*वेदव्रत गुप्ता
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