चकरनगर, इटावा। विकास खण्ड चकरनगर के करीब एक दर्जन विद्यालयों का शनिवार को बेसिक शिक्षाधिकारी ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में गैर हाजिर पाए गए शिक्षामित्र सहित आठ शिक्षकों का वेतन काटा गया। शैक्षिक गुणवत्ता में मिली कमी के चलते निरीक्षण अधिकारी ने शिक्षकों को फटकार लगाते हुए गुणवत्ता सुधारने का आदेश दिया। खण्ड शिक्षाधिकारी कार्यालय बंद होने पर निरीक्षण अधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की।
निरीक्षण में कंपोजिट परिषदीय विद्यालय पालीघार में शिक्षा मित्र अनुपम व सहायक अध्यापक विवेक कुमार, राजपुर प्राथमिक में शिक्षा मित्र संध्या मिश्रा, संगीता व शुशीला, कधेंसीघार जूनियर में सहायक अरुन राव, चांदई प्राथमिक में सहायक लक्ष्मीनारायण व दीपक कुमार अनुपस्थित पाए गए। इसी क्रम में निरीक्षण अधिकारी ने खंड विकास कार्यालय परिसर में बने कंपोजिट विद्यालय का निरीक्षण करते हुए बच्चों से शैक्षिक गुणवत्ता परखी। शैक्षिक गुणवत्ता में कमी के चलते निरीक्षण अधिकारी ने अध्यापकों को फटकार लगाते हुए उन्हें शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार करने का आदेश दिया और अगले सप्ताह दोबारा फिर से निरीक्षण कर शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार न होने पर शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।निरीक्षण अधिकारी ने जागरण टीम से वार्ता करते हुए कहा कि विकास खंड के सभी विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता खराब पाई गई है। जिसे सुधारने के लिए शिक्षकों को आदेश से किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि देश को आगे बढ़ाना है, तो परिषदीय विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता को बेहतर बनाना होगा, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र के 90 फीसदी बच्चे परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करते हैं। इन बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता बेहतर होगी, तो ही देश आगे बढ़ सकता है। ,बेशिक शिक्षा अधिकारी
ने बताया कि निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए चार शिक्षामित्रों का मानदेय व चार शिक्षकों का वेतन काट दिया गया है।