धान की पौध बह गई पानी मंे

 

बकेवर, इटावा। गांव कुड़रिया के नजदीक से होकर गुजरे कुड़रिया रजवाह मे खंदी कटने से तकरीबन सौ बीघा से अधिक खेतों मे रोपी गयी धान की पौध रजवाह के पानी में बह गयी । वहीं रजवाह के पानी से पास का ही कुडरिया गांव घिर गया किसानों का आरोप है कि सीएनजी पाइप लाइन के डालने के बाद खोदे गए स्थान पर मजबूती से मिट्टी नहीं डाली गई जिसके कारण रजवाह मे खंदी हो गयी।

भोगनीपुर नहर से ग्राम जैतपुरा मोहांड से निकला कुड़रिया रजवाह कुड़रिया गांव से होकर निकला है बुधवार की अचानक खंदी हो गयी गुरुवार की सुबह किसान जागे और अपने खेतों पर पंहुचे तो उनके खेत पानी से लबालब थे और उसमें रोपी गई धान की पौध रजवाहा में खंदी होने से बह चुकी थी। रजवाहा की खंदी जब तक पाटी जाती इससे पूर्व ही करीब सौ बीघा से अधिक खेत जल मग्न हो गये । इन खेतों मे अभी एक सप्ताह के अंतराल में ही धान की पौध रोपित की गयी थी जो कि रजवाह के पानी मे बह गयी। सूचना मिलते ही सीएनजी पाइप लाइन डालने के कार्य से जुड़ी कार्यदाई संस्था के जिम्मेदार लोग मौके पर पंहुचे और बुलडोजर से खंदी को पाटा। यहीं नहीं कार्यदाई संस्था किसानों के खेतों में भरे पानी को भी निकालने के कार्य में लगी हुई है। गांव कुड़रिया निवासी किसान होती लाल पुत्र हुब्ब लाल ने बताया कि उसने पचास हजार रुपए उधार लेकर 13 बीघा खेत किराए पर खेती करने के लिए लिए थे अभी एक सप्ताह पूर्व ही अपने खेतों मे धान की फसल रोपित की थी रजवाह मे खंदी कटने से पूरी फसल जल मग्न हो गयी इससे बोई गयी फसल पूरी तरह से नष्ट हो गयी। किसान सुधीर कुमार पुत्र राजेन्द्र का कहना है कि सीएनजी पाइप लाइन डालने में लापरवाही की थी जिसके चलते रजवाह मे खंदी होने से करीब बीस से अधिक किसानों के द्वारा रोपण की गयीं गयी धान फसल पूरी तरह जलमग्न होकर नष्ट हो गयी। वरुण प्रताप सिंह ने बताया जिन किसानों की हाल मे ही रोपित की गयी धान की पौध जलमग्न होकर नष्ट हुइ है इन किसानों ने जलमग्न हुई फसल के मुआवजे की मांग प्रशासन से की है।

 

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