ॐ नमः शिवाय – संकट मोचन धाम फफूंद
ॐ नमः शिवाय – संकट मोचन धाम फफूंद
रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
फफूंद औरैया। कस्बा फफूंद के ककोर रोड पर स्थित प्राचीन संकट मोचन धाम मंदिर है। कस्बा और क्षेत्र के हजारों लोगों की आस्था का केंद्र है। बाजार करने के लिए आने वाले ग्रामीण यहां पर जरूर मत्था टेकने आते हैं। भगवान शिव व हनुमान जी के प्रति अटूट श्रद्धा व विश्वास है। आसपास के गांव व जिले से भी भक्त दर्शन को आते हैं।
मंदिर का इतिहास : संकट मोचन धाम पर शिवलिंग की स्थापना लगभग 150 वर्ष पूर्व की होना बताया जाता है। इसके बाद मंदिर का निर्माण आमजन के सहयोग से कराया गया है। मंदिर पर रक्षाबंधन, शिवरात्रि,महावीर जयंती और धार्मिक त्योहार पर विशेष आयोजन होते हैं। शिव परिवार के अलावा की प्रसिद्ध हनुमानजी,राम दरबार, शेरावाली मां, शनिदेव,की बडी प्रतिमा स्थापित है। बताते हैं कि यहां पर लोग बीते कई वर्षों से भगवान के दर्शन के लिए आते हैं।
मंदिर की विशेषता : यहां पर पूरे नगर के लोग रक्षाबंधन पर दर्शन व कजरिया भेंट करने के लिए आते हैं मनोकामना सिद्ध पीठ पर शादी आदि कार्यक्रम में भी प्रथम पूजा अर्चना के लिए आते हैं। रुद्राभिषेक महामृत्युजय जप आदि कार्यक्रम सावन माह में करते हैं। यहां समय-समय पर धार्मिक कार्यक्रम होते हैं। साथ ही, मुराद जरूर पूरी होती है।
🔸पंडित अशोक कुमार बाजपेयी जी ने बताया कि आमजन के सहयोग से होती है। सावन मास में भक्तों की भीड़ रहती है। शांतिपूर्ण दर्शन के लिए यहाँ के युवा भक्तपुरे दिन जुटे रहते है।
🔸दया नारायण मिश्रा भक्त ने बताया बचपन से ही भगवान शिव की पूजा अर्चना विशेष तौर से करते हैं। वह रोजाना दर्शन को मंदिर आते हैं। सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सैकड़ों भक्त महाआरती मे शामिल होते हैं।