नगर पालिका अध्यक्ष को विभिन्न वार्डो की जनसमस्याओं से नहीं कोई सरोकार
बारिश से लगभग सभी मोहल्लों में जलभराव से बजबजा रही नालियां
मौसम के साथ ही बदला मिजाज अब गुरुर में हुआ तब्दील
माधव संदेश /ब्यूरो चीफ जय सिंह यादव
रायबरेली । हालिया संपन्न हुए नगर पालिका के चुनाव में जनता ने शत्रोहन सोनकर को जनसेवक के रूप में मौका दे दिया । कमान मिलने के बाद कुछ समय बाद ही पालिका अध्यक्ष के जनसेवक और सख्त मिजाज और तेवरों के चर्चे शुरू होने लगे । लेकिन कहा जाता है कि कुर्सी मिलने के बाद हाव भाव में परिवर्तन आना स्वाभाविक है । उल्लेखनीय है कि कार्यालय के गलियारों से लेकर आवास तक में सिर्फ ठेकेदारी पाने की लालसा रखने वालों की ही लाईन लगी रहती है । फिलहाल वर्तमान समय में शहर के समस्त वार्ड जलनिकासी की गंभीर समस्या से जलभराव और गढ्डा युक्त सड़को को झेल रहे हैं । ऐसे में एक जनसेवक को मलिन बस्तियों में तूफानी निरीक्षण और मौजूद सरकारी संसाधनों का उपयोग करके इस समस्या से छुटकारा दिलाये जाने का प्रयास करना चाहिये । लेकिन इन्होने जनता की उम्मीदों को चकनाचूर करके एक नया प्रयोग करके टोल फ्री नंबर जारी कर दिया और फिर चैन की बंशी बजाने लगे ।
कीचड़ और गंदे पानी से भरे मोहल्लों की गलियों में स्थानीय निवासियों का जीना दूभर है । जागरूक मोहल्लेवासियों द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से व्यक्त किया दर्द किसी से छिपा नहीं है । शायद यही कारण है कि बारिश के मौसम में नगर पालिका की बदहाली को स्वीकार करने में पालिका अध्यक्ष पूरी तरह से उदासीन हो चुके हैं ।