शेरनी सोना ने प्रथम बार एक शावक को जन्म दिया
इटावा। इटावा सफारी पार्क में शेरो का कुनवा फिर बढ़ा। सफारी पार्क में बीते 26 जून 2019 को जन्मी बब्बर शेरनी सोना ने प्रथम बार एक शावक को जन्म दिया है।
बब्बर शेरनी सोना की मेटिग 25 सितम्बर 2020 को गुजरात से आये नर शेर कान्हा से दिनांक 24 मार्च 2023 को हुयी थी। बब्बर शेरनी सोना ने दिनांक 06 जुलाई को एक शावक को जन्म दिया है। शेरनी सोना व नवजात शावक दोनों स्वस्थ है। इससे पूर्व सफारी पार्क की शेरनी सोना की मां जैसिका द्वारा वर्श 2016 में दो नर शावक सिम्बा व सुल्तान, वर्ष 2018 एक नर शावक बाहुबली, वर्ष 2019 में दो मादा व एक नर भारत, रूपा, सोना तथा वर्ष 2020 में दो मादा शावक गार्गी व नीरजा को जन्म दिया जा चुका है। इसके अतिरिक्त सफारी पार्क की शेरनी जेनिफर जो 25 सितम्बर 2020 को गुजरात से लायी गयी थी तथा जिसकी मां भी जैसिका है के द्वारा अप्रैल-2020 में एक नर शावक केसरी तथा अगस्त-22 में एक नर शावक विश्वा को जन्म दिया जा चुका है। इस प्रकार सफारी पार्क में अब तक कुल 11 शावको ने जन्म लिया है।
नवजात शावक व मादा बब्बर शेरनी की विशेष देखभाल पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा की जा रही है एवं सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से बब्बर शेरनी एवं नवजात शावक के स्वास्थ्य एवं व्यवहार पर सतत निगरानी रखी जा रही है। सफारी पार्क में नवजात शावक के जन्म लेने से बब्बर शेरों की संख्या 18 हो गयी है। ज्ञातव्य है कि गुजरात के अतिरिक्त एशियाई बब्बर शेर का एकमात्र प्रजनन केन्द्र जनपद इटावा में है। जहां इनका प्रजनन लगभग प्राकृतिक परिवेष में सम्पन्न हो रहा है। प्रजनन हेतु जोड़े बनाने से पूर्व इनका अनुवंषिक विष्लेशण यहां के बायोलॉजिस्ट, पशु चिकित्सक तथा उच्चाधिकारियों के द्वारा किया जाता है। जिससे इनकी अनुवंषिक गुणवत्ता बनी रही।