रसूल ने फरमाया जिसका मैं मौला उसके अली मौला -मौलाना जैद
इटावा। ईद ए ग़दीर के मुबारक मौके पर घटिया अज़मत अली स्थित मस्जिद पंजतनी में राहत अक़ील की ओर से महफ़िल का आयोजन किया गया। महफ़िल में शायरों ने ईद ए ग़दीर की शान में बेहतरीन कलाम पेश किए।
महफ़िल में सलीम रजा ने कलाम पेश करते हुए कहा नबी ने हाथों पर अपने उठा लिया वरना, अली का सच है बहुत वजन था ग़दीर में। तनवीर हसन ने कहा मजमा लगा हुआ है ये कैसा ग़दीर में, ये कौन है रसूल से ऊंचा ग़दीर में। अख्तर अब्बास मोंटू ने कहा दरे ज़हरा जलाया था जिन्होंने, वो जहन्नुम में जलाए जा रहे हैं। सलमान रिज़वी ने कहा बस एक नजर में गिरेबान चाक हो जाये, अली अली न कहें तो हलाक हो जाएं। महफ़िल में तकरीर करते हुए मौलाना अनवारुल हसन जैदी इमामे जुमा इटावा ने कहा रसूल अल्लाह फरमाते हैं जुमे का दिन बहुत बरकतों का दिन है इस दिन दुआएं पूरी होती हैं। रसूल अल्लाह ने ग़दीर के मैदान में सवा लाख हाजियों की भीड़ में मौला अली को हाथों पर बुलन्द करके एलान किया जिस जिस का मैं मौला उस उस के अली मौला। अली की मोहब्बत के बिना कोई भी इबादत पूरी नहीं होगी। इससे पूर्व मोहल्ला आलमपुरा में समर सगीर, राहिल सगीर के आवास पर दुआए नुदबा का आयोजन किया गया। महफ़िल में अल्हाज कमर अब्बास नक़वी, हाजी अरशद मरगूब, तसलीम रज़ा, मौलवी ताबिश रिज़वी, शावेज़ नक़वी, मो. अब्बास, मो. मियां, तहसीन रज़ा, राहत हुसैन रिज़वी, मो. अहमद, अली साबिर, अश्शू रिज़वी, आतिफ एड., जावेद, सुहेल, शहजादे, राहिल, रानू, शाहिद, जुनैद, मिनहाज, समर, शारिब, आरिफ रिज़वी, आले रज़ा नक़वी, शब्बर अक़ील, पिंकू, नुसरत हुसैन, परवेज हसनैन, शौजब रिज़वी, रियाज रिज़वी सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।