बारिश से भरभरा गिरे तीन कच्चे पक्केे मकान
जसवंतनगर, इटावा। थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो गांवो में बारिश के कारण तीन कच्चे मकान भरभरा कर गिर गए गनीमत यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
प्री मानसून के आगमन के कारण क्षेत्र में यहां पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है और इसी बारिश के कारण सोमवार मंगलवार की रात रिमझिम वारिश के बीच पहली घटना क्षेत्र के ग्राम खेड़ा धौलपुर निवासी राकेश पुत्र स्वर्गीय रामदास के साथ हुई जिनका कच्चा मकान बारिश के पानी से भीगने से भरभरा कर गिर गयाप् हालांकि घर में सो रहे परिवारी जनों को रात में बारिश के बीच हल्के क्रैक की आवाज सुनाई पड़ी तो फौरन ही सभी ने मकान खाली कर दिया जिससे कच्चा मकान गिरने से कोई जनहानि तो नहीं हुई किंतु कच्चे मकान के अंदर रखा गृहस्थी का सामान बक्सा पंखा कपड़े गेहूं खाने पीने की चीज आदि नष्ट हो गईप्रामदास के बेटे शुभम ने बताया कि हम गरीब परिवार से तालुकात रखते हैं मेरे पिताजी उत्तराखंड में मजदूरी कर हम सभी का पेट पालन कर रहे हैंप् बारिश में हमारा कच्चा मकान गिरने और गृहस्थी का सारा सामान नष्ट हो जाने के कारण मेरा परिवार बेसहारा हो गया हैप् उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास योजना की लिस्ट में दो बार नाम आने के बावजूद बाद में लापरवाही के चलते हमारे पिताजी का नाम हटा दिया गया काश मेरे परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलता तो शायद आज हम बेसहारा ना होते लेखपाल मनीष दुबे के अनुसार 70000 का नुकसान हुआ है।
दूसरी घटना नगला तौर के पदमा झा पत्नी कौशलेंद्र झा के साथ हुई जिनका कच्चा पक्का मिश्रित मकान बारिश के कारण गिर गया जिसमें 20 से 25 फुट लंबी पक्की दीवार भी जमींदोज हो गई गृहस्थी सामान डबल बेड आदि दब गया सीमेंटेड टीन शेड भी नष्ट हो गई।ग्रह स्वामी के अनुसार 80000 का नुकसान हुआ है। वहीं तीसरी घटना इसी गांव के निवासी बृज मोहन पाठक की पक्की दीवार पर बनाई गई लकड़ी की सौट़ो से पटी हुई दहलीज गिर गई जिसमें वह अपनी भैंस बांधते थे।संयोग रहा कि मकान गिरने से कुछ समय पहले ही जानवरों को चारा खिलाने के लिए निकाल लिया गया था।