कलश यात्रा के साथ भागवत कथा का शुरू
बकेवर, इटावा। लखना कस्बे के समीपवर्ती गांव दाउदपुर में सोमवार को कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुरू हो गई। इस अवसर पर बैंड बाजों के साथ गांव तक शोभायात्रा निकाली गई। कथा के पहले दिन वृन्दावन धाम से पधारे भागवताचार्य पंडित संजय कृष्ण शास्त्री ने भागवत कथा के महत्व के बारे में बताया।
कलश यात्रा भागवत पांडाल से शुरू हुई जो कि गांव में स्थापित देवालयों पर से होते हुए वापस कथा स्थल में पहुंचकर संपन्न हुई। यात्रा में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु पीत वस्त्र पहन कर व सिर पर कलश धारण कर शामिल हुई। इससे पूर्व कथा परीक्षित कृष्ण देव त्रिपाठी व निर्मला त्रिपाठी द्वारा कथा स्थल पर वैदिक मंत्रों के साथ हवन पूजन किया गया। कथा का शुभारंभ करते हुए कथावाचक संजय कृष्ण महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा, ऐसी कथा है, जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है, इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है।
उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। श्रीमद्भागवत कथा के श्रावण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है।