दुष्कर्म आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया,पैर में लगी गोली
दुष्कर्म आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया,पैर में लगी गोली
रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
बिधूना,औरैया। कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में आयी दलित किशोरी के साथ दुष्कर्म के आरोपी को बीती रात्रि पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया।इस दौरान पुलिस की जबाबी फायरिंग में आरोपी के गोली लगने से वह घायल हो गया। जिसे पुलिस ने उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना में भर्ती कराया है। जहां से उसे रेफर कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने रात्रि में ही घटना स्थल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर घटना की जानकारी ली।पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने बताया कि रायबरेली निवासी एक दलित व्यक्ति अपनी 16 वर्षीय नाबालिग पुत्री को झाड़फूक व इलाज कराने 16 जून को कोतवाली बिधूना क्षेत्र के एक गांव में अपनी भतीजी की ससुराल में लेकर आया था। जहां पर वह अपनी पुत्री को छोड़कर वापस गांव लौट गया था। भतीजी की शादी पिछड़ी जाति में हुई है।बताया कि भतीजी के पति का एक रिश्तेदार सुमित नरायन उर्फ टिंकू यादव रिश्तेदारी में आयी नाबालिग को जबरन अपने साथ उठा ले गया और उसके साथ कई दिनों तक दुष्कर्म किया। नाबालिग पीड़िता के पिता जब वापस भतीजी की ससुराल आये तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। जिसके बाद वह पुत्री समेत शनिवार को कोतवाली पहुंचे और टिंकू यादव के खिलाफ दुष्कर्म एवं पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया। उसके बाद से पुलिस को टिंकू की तलाश थी।शनिवार की रात्रि पुलिस को सूचना मिली कि दुष्कर्म एवं पॉस्को एक्ट का आरोपी सुमित नरायन ऐरवाकटरा रोड़ पर नकेड़ी पुलिया के पास है। जिसके बाद पुलिस नकेड़ी पुलिया के आसपास घेराबंदी कर सुमित नरायन को पकड़ने जा रही थी। तो वह अपनी बाइक छोड़कर भागने लगा। जब उसे लगा कि वह पकड़ा जायेगा तो उसने तमंचे से पुलिस पर फायरिंग कर दी। तभी पुलिस की जबाबी फायरिंग में सुमित नरायन घायल हो गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना में भर्ती कराया जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा सुमित नरायन उर्फ टिंकू यादव अपराधी प्रवृत्ति का है। जिस पर हत्या के प्रयास सहित अन्य मामलों में सात मुकदमे दर्ज है। जबकि उसका भाई अनुज यादव भी टॉप टेन अपराधी है। जिस पर तीन दर्जन मुकदमें दर्ज हैं।