यह संसार नश्वर ,एक न एक दिन सभी को है जाना :रौली शास्त्री

    *गढ़ी जालिम गांव में मदभागवद सप्ताह

फोटो:- मदभागवत कथा में प्रवचन करती सुश्री रौली शास्त्री

जसवंतनगर (इटावा)।प्रख्यात मद्भागवत कथा वाचिका सुश्री रौली शास्त्री ने कहा है कि इस नश्वर संसार में सभी को एक दिन जाना है। सभी की जोड़ियां बिछुड़नी है, इसलिए चाहे कितना भी जोड़ लो महल दु महल बनवा लो, कुछ भी साथ नहीं जाएगा। हमने जो सत्कर्म इस संसार में रहकर किए हैं, वही हमारे साथ जाएंगे।  इन्हीं कर्मों के आधार पर हमें इस संसार में बरसों बरसों तक याद किया जाएगा।

       सरस कथा वाचक गुरुवार को क्षेत्र के कुरसैना मौजा के गढ़ी जालिम गांव में मंगलवार से शुरू हुई मदभागवत कथा सप्ताह में तीसरे दिन प्रवचन कर रही थी।
    उन्होंने कहा कि हम सब जीवन भर धन दौलत और यश के पीछे भागते अपना जीवन संपन्न कर लेते हैं।माता, पिता, भाई, बहन,पति, पत्नी, बेटा, बेटी आदि  रिश्तों  में फंसे जीवन बिताते देते हैं। यदि जीवन में ईश्वर को स्मरण कर इस बात को  भी गहराई से सोचें कि जीवन केवल जन्म और मृत्यु का पर्याय नहीं है, बल्कि यह संसार भगवान के उपकारों को उनके स्मरण से चुकाने का भी एक माध्यम है। इसलिए हमें भगवान और गुरु की सेवा के लिए अवश्य ही समय निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि मद भागवत कथा हमें जीवन जीने की यही सब बातें सिखाती है इसलिए इस कथा का जहां भी मौका लगे श्रवण अवश्य करना चाहिए।
 गढ़ी जालिम गांव के सामाजिक और राजनैतिक कार्यकर्ता
 राजपाल सिंह यादव और क्षेत्रपाल सिंह ने बताया है कि उनके गांव में यह मदभागवत कथा सप्ताह समस्त ग्राम वासियों और क्षेत्र वासियों के सहयोग से आयोजित किया गया है।  कथा प्रवचन सुनने के लिए रोजाना भारी संख्या में भीड़ जुट रही है। 13 जून से शुरू हुई इस कथा का समापन 19 जून को होगा तथा 20 जून को भंडारा आयोजित है।
   गढ़ी जालिम गांव की इस मद भागवत कथा में मोहर सिंह, कायम सिंह, सियादेवी, गयाश्रीदेवी, सादुरा को देवी और फूलनश्री  परीक्षित की भूमिका निभा रहे हैं।
*वेदव्रत गुप्ता
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