“जैकी” के निधन से रघुराज और उनका गांव धौलपुर शोकाकुल

     *अपने माता-पिता  की समाधि के पास कराया अंतिम संस्कार

फोटो:-जैकी के अंतिम संस्कार दौरान अश्रुपूरित रघुराज शाक्य, उनकी पत्नी  सीमा शाक्य , पुत्र तथा धौलपुर गांव के ग्रामीण
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जसवंतनगर (इटावा)। क्षेत्र में नेताजी मुलायम सिंह के गांव सैफई के बाद यदि किसी अन्य गांव पर लोगों की निगा रहती है, वह है जसवंत नगर के पश्चिम में स्थित ग्राम धौलपुर है। यह गांव कई बार विधायक और सांसद रहे रघुराज सिंह शाक्य का गांव है। इलाके में रघुराज सिंह शाक्य भाजपा की एकमात्र बड़े नेताओं में शुमार हैं।
गुरुवार को उनका गांव शोक ग्रस्त रहा। शोक के पीछे कोई कारण या कोई दुर्घटना नहीं थी, बल्कि पारिवारिक सदस्य रहे एक डॉग का चला जाना था, जो अपनी वफादारी और मानव प्रेम के कारण रघुराज का परिवारिक सदस्य बन गया था।
    उनके पालतू डॉग ‘जैकी’ का अंतिम संस्कार धौलपुर गांव में उसी स्थान पर किया गया, जहां पर रघुराज सिंह शाक्य पिता माता और चाचा चिरनिंद्रा में लीन है। हकीकत  ही है की जानवर इंसान से ज्यादा वफादार होते है ,ऐसा ही रघुराज का पालतू डॉग जैकी था,जो 7 साल से उनके परिवार में पल रहा था।परिवार  के सदस्यों ही नही, वह मिलने आने वाले सभी को पहचानता था। रात में रघुराज या उनकी पत्नी सीमा या बच्चे कभी भी देर से लौटे,तो जैकी उनका इंतजार करता मिलता था। उनके संग ही खाना,नाश्ता करके परिवार की रखवाली करता था। इन सबके गाड़ी से उतरते ही उछलता,कूदता खुशी मनाता था। सुबह साथ टहलता था। वह परिवार के एक सदस्य या कहें एक बेटे की तरह था। लेकिन परमात्मा को उसका ज्यादा दिन दुनिया में  रहना मंजूर नहीं था। चार-पांच दिन की बीमारी के बाद जब गुरुवार सुबह करीब 9 बज जैकी ने अंतिम सांस ली, तो रघुराज परिवार पर एक पहाड़ सा टूट गया। रघुराज जो  राजनैतिक कामों से निकल रहे थे, उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए और अपने गांव धौलपुर उसके पार्थिव शरीर को लेकर पैतृक घर पहुंचे, वहां से उसकी अंतिम यात्रा निकालकर अपनी माता , पिता,चाचा, चाची  की समाधि के पास में उसका अंतिम संस्कार किया, जिस समय संस्कार हो रहा था, स्वयं रघुराज व उनकी पत्नी सीमा अश्रुपूरित थीं। जमा हो गए गांव के लोगों ने भी दोनों के साथ उसकी समाधि पर पुष्पार्पित किए। फिर रघुराज ने परमपिता परमात्मा।और तथागत बुद्ध से प्रार्थना की कि उसकी आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे और एक अच्छी जगह उसे इंसान के रूप में जन्म दे।
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*वेदव्रत गुप्ता

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