Tokyo Olympic: उम्र की सीमाओं को तोड़ते हुए इन खिलाडियों ने जीता मैडल व रच दिया इतिहास
कोरोना वायरस के साए और तमाम विरोधों के बीच आखिरकार टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) का आगाज 23 जुलाई से हुआ. इन खेलों को शुरू हुए अब हफ्ते भर का वक्त हो चुका है.
कुवैत के अब्दुल्ला अल-रशीदीने बीते हफ्ते स्कीट शूटिंग में कुवैत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता था. पहली नजर में यह किसी के लिए भी ओलंपिक मेडल जीतने भर की खबर हो सकती है.
स्केटबोर्डिंग ने पहली बार टोक्यो गेम्स के जरिए ओलंपिक में एंट्री की और पहली ही इस खेल में रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन हुए. जापान की मोमिजी निशिया ने वुमेंस स्ट्रीट स्केटबोर्डिंग इवेंट में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा.
सीरिया की हेंड जाज़ा (Hend Zaza) महज 12 साल की उम्र में ओलंपिक का हिस्सा बनीं. वो टेबल टेनिस के महिला सिंगल्स में उतरी थीं. हालांकि, जाज़ा पहले ही मैच में 39 साल की ऑस्ट्रिया की खिलाड़ी ल्यू जिया से हारकर बाहर हो गईं.
ईरान के निशानेबाज जावेद फोरोगी (Javad Foroughi) ओलंपिक की तैयारियों को छोड़कर लोगों की इस वायरस से जान बचाने में लगे थे और इसके बाद जब टोक्यो पहुंचे, तो यहां भी इतिहास रच दिया.