दूसरे के नाम कागजात और फर्जी चेक की बदौलत खरीदी बाईक हुआ फरार 

एजेंसी और फाइनेंसर की मिलीभगत से खेल करने का लगाया गया आरोप 

माधव संदेश /संवाददाता/रायबरेली। डिजिटल होने का दम्भ भर रहे सिस्टम के बाद भी फर्जी दस्तावेजों के सहारे कई प्रकार की धोखाधड़ी किये जा रहे हैं । उसी तरह के फर्जीवाडे़ से मोटरसाइकिल खरीदने में भ्रष्टचार का एक गंभीर मामला प्रकाश में आया है । उल्लेखनीय है कि भदोखर थाना क्षेत्र के पूरे पचई निवासी शिवपाल पुत्र महादेव ने डलमऊ कोतवाली में शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि आशीष कुमार जायसवाल पुत्र ओंकारनाथ जायसवाल निवासी दीनगंज थाना डलमऊ ने वर्ष 2020 में 151 की जमानत लेने के बहाने रायबरेली में धोखे से उसके कागजात लिया और हस्ताक्षर करा लिया । दिलचस्प है कि बजाज एजेंसी की बुक संख्या 658 पर पहले आशीष कुमार के नाम गाड़ी निकाली गईं बाद में धोखे से 151 की जमानत के नाम से फाइनेंसर औऱ बजाज एजेंसी के मौके पर मौजूद फाइनेंसर ने उसकी आईडी लगाकर पल्सर मोटरसाइकिल आरोपी को दे दिया । जब किस्त नहीं जमा हुई तो बैंक से भुक्तभोगी के पास फोन आया तो उसे इस फार्जीवाड़े की जानकारी हुई । पता लगाए जाने पर जानकारी हुई कि उक्त मोटरसाइकिल का पंजीयन भी नहीं कराया गया और गाड़ी में फर्जी नंबर यूपी 33 बीपी 8447 की प्लेट लगाकर घूम रहा है । पीड़ित ने मामले में डलमऊ कोतवाल को प्रार्थना देकर मोटरसाइकिल बरामद करके उसे न्याय दिलाये जाने की गुहार लगाई है ।

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