शीतला अष्टमी पर महिलाओं ने की बासौड़ा भोग से देवी की पूजा
फोटो: शीतला अष्टमी पर पूजा की जाती हुई
जसवंतनगर (इटावा)। बुधवार को देवी मंदिरों में पहुंचकर महिलाओं और किशोरियों ने शीतला माता की पूजा अर्चना की। उन्हें बासौडा का भोग लगाया।
होली के बाद पड़ने वाली अष्टमी पर हिंदू धर्मानुयायियों में शीतला देवी की पूजा करने की सदियों से परंपरा चली आ रही है, क्योंकि इसके 8 दिन बाद से नवरात्रि प्रारंभ हो रही है। होली की इस अष्टमी को शीतला अष्टमी भी कहते हैं।
नगर के विद्वान पंडित और पूर्व प्रधानाचार्य कमलेश तिवारी ने बताया कि शीतला अष्टमी के दिन शीतला देवी की पूजा करके आने वाली नवरात्रियों के आगमन का संदेश मिलता है।इसलिए इन देवी की पूजा की जाती है। इसके साथ ही होली का हुड़दंग,रंग,गुलाल आदि बंद हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि बसौड़ा भोग शीतला देवी को बहुत पसंद है, इसलिए घरों में अष्टमी के 1 दिन पूर्व ही शाम को भोजन बनाकर रख लिया जाता है। फिर इस बासी भोजन को देवी को अर्पित कर इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। नगर में सवेरे से ही महिलाएं देवी मंदिरों में अष्टमी की पूजा करने पहुंच रही थी।
*वेदव्रत गुप्ता